परशुराम का वंशज होने के दावे के साथ अहीरों को गाली देने वाला अब जेल में!!

कह रहा था हम परशुआम के वंशज हैं,
ये कर दूंगा,वो कर दूंगा,लोंगा लहसुन‼️

__________शाम को ही इसका वीडियो इंद्रजीत सिंघम यदुवंशम के माध्यम से हमें प्राप्त हुआ,जिसमें ये बोल रहा था कि अहीरों को भाजपा सरकार वाले राज्यो में नौकरी नहीं दी जाएगी,व कल योगी सरकार ने आईएएस ट्रेनिंग से ओबीसी को बाहर कर दिया है उसका भी जिक्र किया।।

कह रहा था कि बीजेपी अहीरों को सिर्फ झंडे उठवाने ,कुर्सी बिछाने व चुनाव प्रचार कराने के लिए रखती है,ऑर बदले में न्नौकरी नहीं सिर्फ देशी दारू पिलाती है,ऑर अहीर इसे ही अपने बच्चों का भविष्य के प्रधानमंत्री ऑर अपना विकास समझ लेता है।।

ये कह रहा था कि हर राज्य का 30% यादव बाकी के 70% की टांग सिर्फ बीजेपी (संघ) के कहने पर खींच रहा है,और यही वजह है कि
अहीरों के सामने अहीरों को ही टिकेट दिया जाता है,वरना अहीरों को टिकट देने में ब्राह्मण जनता पार्टी शर्म महसूस करती है।

इसने ये भी कहा कि अहीर इतने बेवकूफ हैं कि वो हिन्दू हिन्दू बनकर हिंदुत्व की नहीं बल्कि हम पंडितों की कुत्तों की तरह सुरक्षा कर रहे हैं, देखो आरक्षण हटाने की बात हो तब यादव हमारा साथ देता है,चंदा जुटाने की बात हो तो अहीर अपने गेंहू,चावल,भेंस,गाय बेचकर हमसे कथा कराता है,अपनी अम्मा को कभी मठा नहीं पिलाएगा मगर हमको दूध पिलाता है।। अपने बाप को कभी पापा जी नहीं कहता मगर हमको
पंड त जी पंडत जी कहते नहीं थकता।।
इस पंडत ने तो यहां तक कह दिया कि जब तक ये दोगले अहीर जिंदा हैं,तब तक हम इन अहीरों से पैर धुलवाएंगे!!

बस इनकी CD बनाई,ऑर लखनऊ प्रशाशन को सूचना दी,जिसके 2 घंटे बाद ही इस एंटीना को साइबर सेल में तैनात मेरे मित्र ब्रजेश यादव की टीम ने इसे उठा लिया!!

______________ ठिक्क है⁉️

पिछले दरवाजे से सवर्णों की नियुक्ति का खेल!!

मनोज वाजपेयी (एक्टर) का भाई सुजीत वायजेपी बिना सिविल सर्विस परीक्षा पास किए सीधे भारत सरकार में ज्वायंट सेक्रेटरी बना दिए गए,

वे अब नीतिगत फैसले करेंगे, जबकि उन्हें सरकार में काम करने का कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं है, बाकी आठ और को भी बिना परीक्षा के नौकरशाही में लाया गया, सरकार तमाम हदें पार करती जा रही है…!!

आप करते रहिए यूपीएससी और एसएससी की तैयारी, वे बिना परीक्षा के सीधे IAS बना रहे हैं अपने लोगों को, शुरुआत हो गई है, तो फिर सोचो आपलोगों का क्या हाल होगा…!!

बिना UPSC पास किये पिछले दरवाजे से 9 को IAS बना दिया…!!

नीचे लिस्ट है उन लोगों की जो बिना UPSC परीक्षा पास किये सीधे ज्वाईंट सेक्रेटरी नियुक्त किये गए हैं। आप नवरात्रों के व्रत करते रहो, जनमाष्टमी मनाते रहो और राम लीला देखते रहो, कावड़ लाते रहो…!!

1)अम्बर दुबे..नागरी उड्डयन
2)अरूण गोयल..वाणिज्य
3)राजीव सक्सेना ..आर्थिक मामले
4)सुजितकुमार बाजपेई..पर्यावरण व जलवायु परीवर्तन
5)सौरभ मिश्रा…वित्तीय सेवा
6)दिनेश जगदाल..नविनीकरण उर्जा
7)सुमन प्रसाद सिंह..सडक राजमार्ग
8)भुषण कुमार…जहाजरानी
9)कोकोली घोष..किसान कल्याण

बिना पढ़े लिखे बाबा मध्य प्रदेश में राज्य मंत्री बनाये गए, आप का और आपके बच्चों का क्या होगा…??

मनोज यादव

संयोजक

राष्ट्रीय विद्यार्थी चेतना परिषद

9307386032

भाजपा सरकार इतना कन्फ्यूजन क्यों फैला रही है-अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तथा राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यह सब एक ही है। हर भारतीय इसके विरूद्ध है। इसके प्रति देश भर में जो आशंकाएं हैं उससे गहरा असंतोष और आक्रोश पनप रहा है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सच क्यों नहीं बोलता है? भाजपा सरकार ने जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं किया है और अब देश को लाइन में लगाने की फिर साजिश की जा रही है।

श्री यादव ने कहा कि गत 19 दिसम्बर 2019 को जनआक्रोश के प्रदर्शन में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मौतें हुई इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्यों नहीं दी जा रही है? सरकार भाजपा की है, विरोध भाजपा सरकार के निर्णयों का हुआ तो फिर गोली किसने चलाई? इस असंतोष के विस्फोट के बाद पुलिस प्रतिशोधपरक कार्यवाहियां कर रही है। दूकानों और घरों में तोड़फोड़ की जा रही है। निर्दोषों को सताया जा रहा है। लोगों का उत्पीड़न हो रहा है। महिलाओं का अपमान किया जा रहा है। रामपुर में उत्पीड़न चरम पर है। निर्दोषों को निशाना बनाया जा रहा है।
अजीब विडम्बना है कि पुलिस 19 दिसम्बर 2019 के प्रदर्शन के सिलसिले में रंग कर्मियों, संस्कृति कर्मियों की भी धर पकड़ कर रही है। पत्रकारों के प्रति पुलिस का व्यवहार नितांत अवांछनीय और निंदनीय रहा है। भाजपा सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। वह समाज को बांटने का काम कर रही है। लेखपाल अपनी मांगो को लेकर आंदोलनरत हैं। उनकी जाति देखकर सेवाओं से बर्खास्त किया जा रहा है। अब तो अस्पतालों में इलाज भी जाति पूछकर होने लगा है। फर्जी एनकाण्टर और फर्जी मुकदमें भी जाति देखकर होते हैं। लखनऊ में तीन सौ एकड़ में हैदर कैनाल के किनारे वृक्षारोपण समाजवादी सरकार के समय किया गया था। भाजपा सरकार इन पेड़ों से भी दुश्मनी निभा रही है। इन वृक्षों की पारा क्षेत्र में कोई देखभाल नहीं हो रही है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व कभी सच नहीं बोलता है। शीर्ष स्तर पर प्रधानमंत्री जी और गृहमंत्री जी परस्पर विरोधी दावे करते है। इससे लगता है कि पीछे कुछ साजिशें रची जा रहीं है। भाजपा सच की हत्या कर रही है। जनता- भाजपा से सच जान कर रहेगी।
(राजेन्द्र चौधरी)
मुख्य प्रवक्ता

असम से निकला गैंडा आपका सुखचैन लूटने आ रहा है।

असम से निकला गैंडा आपका सुखचैन लूटने आ रहा है।

राष्ट्रप्रेमी मुसलमान हों, या भाजपा समर्थक… NRC-CAB मसले पर सरकार के साथ खड़े हैं। उनका कहना सौ फीसदी सच है- “CAB से भारतीय मुसलमान को कोई खतरा नहीं”

जी हां, बिल्कुल! CAB विदेशी मुसलमानों के विरुद्ध है, जिनकी फिक्र हम क्यो करें। यह भी बड़ा खूबसूरत ख्याल है कि हिन्दू, जैन, सिख, बुद्ध भाई अगर प्रताड़ित हो, तो भारत के सिवा कहां जाएं। बस, जरा सी दूरंदेशी होती, तो आप कांप उठते।

सब जानते हैं कि कम्प्यूटरों की दुनिया मे .. एंटीवायरस कंपनियां, ही वायरस बनाती हैं। पहले वाइरस बनाती, फैलाती हैं। जब बरबादी होती है तो एंटीवायरस बिकता है। लैब में एंटीवायरस और वाइरस एक ही व्यक्ति बनाता है, और दोनो एक साथ बनाता है। तो असम की लैब में NRC वायरस टेस्ट किया जा चुका है। CAB एंटीवायरस है, पर सबको नही बेचा जाएगा।

NRC से सबकी नागरिकता इस सिद्धान्त पर जांची गयी कि- “आसाम में रहता हर इंसान विदेशी घुसपैठिया है…. अगर नही है तो प्रूव करे”। आधार PAN मान्य नही है। पुराने प्रोपर्टी पेपर्स, पुरखो का निवास और फिर उनसे अपनी वंशावली साबित करनी होगी। इस प्रकिया में हिन्दू भी फेल होंगे, मुस्लिम भी। हिन्दू फेल हुआ, तो CAB के एंटीवायरस से बचाया जाएगा। मुसलमान फेल हुआ तो .. अल्ला जाने क्या होगा आगे ???

– अरे , तो मुझे क्या.. मैं तो हिन्दू हूँ !!
– नहीं , मूर्ख हो।

एक लीटर बहुसंख्यक पानी मे घुले 5 ग्राम अल्पसंख्यक नमक को कैसे अलग करेंगे। बस एक ही तरीका है बाबू, बहुसंख्यक पानी को ख़ौलना पड़ेगा, घण्टों तक। अगर nrc देश भर में लागू हुआ तो, तो खौलना तुझे है रे हिन्दू क्युटिये।

तो बताओ, कौन जिला के हो .. गाजीपुर या पलामू के , बाप-दादे राजस्थान से आकर बसे थे या गुजरात से, शेखावटी हो या मारवाड़ी … बुंदेली हो या साउथ के,..

जाओ, दादाजी के होम टॉउन जाओ। वहां रजिस्ट्री ऑफिस के चक्कर लगाओ। ओल्ड प्रोपर्टी पेपर खोजो। चचेरे-ममेरे-फुफेरे भाइयो से सम्पत्ति, या बीवियों की वजह से झगड़ा करके तो नही बैठे न???? दोस्ती कर लो, उनकी मदद लगेगी। वंशवृक्ष सर्टिफाई करवाओ। रजिस्ट्री मुकम्मल हो, नामांतरण हुआ हो, नक्शा खसरा सही हो, कम्प्यूटर में चढ़ा हो। सबूत लेकर अपने शहर लौटो। रेडी रहो। NRC देश मे लागू होने वाला है, ग्रूह मंत्री ने कह दिया है।

औऱ अगर नही खोज सके, फेल हुए, तो झोले में नोट भरकर लाइन में खड़े रहो, सिटिजनशिप वापस खरीदने के लिए। CAB दरअसल वही एंटीवायरस बेचने का सरकार को लाइसेंस है।

क्या कहा…?? तुम्हारी सरकार तुम्हारे साथ ऐसा नही कर सकती। अबे मितरो, नोटबन्दी में पूंजी किसने गवांई, काले धन वालों ने.. या तुमने। जीएसटी में बिजनेस किसने खोया, टैक्स चोरों ने या तुमने.. NRC में साबित करने के लिए लम्बी लाइन किसकी होगी? बहुसंख्यकों की या अल्पसंख्यको की।

मुस्लिमो को च्यूंटी काटी जा रही हो, तो देशभक्ति रसदार हो जाती है। रस लो, मगर एक सलाह है। संयुक्त परिवार है, तो एक आदमी की फूल टाइम इसी के लिए ड्यूटी लगा दो। एकल परिवार हो, तो लंबी छुट्टी लो और दादाजी के गॉव निकल जाओ। बाद में बड़ी लम्बी लाइन होने वाली है।

फिलहाल… असम से निकला गैंडा आपका सुखचैन लूटने आ रहा है।
बन्दे मातरम, मुल्लम टाइटम भवतु।

-Raj K.Yadav

संविधान के अंदर हिन्दू राष्ट्र का ज़हर!

पहली बार हिंदू राष्ट्र के जहर को संविधान के भीतर भरा गया- संदर्भ कैब

महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद के हस्ताक्षर करते ही हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को पहली बार संवैधानिक दर्जा देकर कानूनी हैसियत प्रदान कर दिया गया। जिस हिंदू राष्ट्र को हर कीमत पर रोकने की बात डॉ. आंबेडकर ने की थी।

डॉ. आंबेडकर ने साफ शब्दों में कहा था- ““अगर हिन्दू राज हकीकत बनता है, तब वह इस मुल्क के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होगा। हिन्दू कुछ भी कहें, हिन्दू धर्म स्वतन्त्रता, समता और बन्धुता के लिए खतरा है। इन पैमानों पर वह लोकतन्त्र के साथ मेल नहीं खाता है। हिन्दू राज को किसी भी कीमत पर रोका जाना चाहिए।”
– डॉ. आंबेडकर (पाकिस्तान ऑर पार्टीशन ऑफ इण्डिया, पृ.338)

जिस तरह नोटबंदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। करोड़ों लोगों के जीवन को मुश्किल हालात में पहुंचा दिया। उसी तरह नया नागरिकता कानून भारतीय राष्ट्र-समाज के ताने-बाने को तहस-नहस करेगा। इसके लक्षण दिखने शुरू हो गए हैं।

आरएसएस की हिंदू राष्ट्र की चाहत और पूरे राष्ट्र के संसाधनों पर कब्जा करने की अड़ानी-अंबानी के चाहत का आपस में गठजोड़ हो गया है। यह गठजोड़ देश को बर्बरता और अराजकता की ओर लेकर जायेगा।

वैकल्पिक दुनिया की चाह रखने वालों के पास इस गठजोड़ को परास्त कर एक आधुनिक समता, स्वतंत्रता, बंधुता आधारित लोकतांत्रिक भारत के निर्माण का विकल्प ही बचा है।

इसकी वैचारिकी फुले,पेरियार, आंबेडकर राहुल सांकृत्यायन और भगत सिंह के विचारों के आधार पर ही खड़ी की जा सकती है।

हम जाति, पितृसत्ता और पूंजीवाद के विनाश बिना आधुनिक भारत का निर्माण नहीं कर सकते हैं। इसी संदर्भ आंबेडकर ने ब्राह्मणवाद और पूंजीवाद को मेहनतकशों के सबसे बड़े दुश्मन के रूप में देखा था। आज ब्राह्मणवाद ( जाति और जातिवादी पितृसत्ता) और पूंजीवाद ने आपस में पूरी तहर गठजोड़ कायम कर लिया है।

पूंजीवाद ब्राह्मणवाद की रक्षा कर रहा है और ब्राह्मणवाद पूंजीवाद की रक्षा कर रहा है। भारत का पूंजीवाद पूरी तरह जातिवादी है, जिस तरह भारत का ब्राह्मणवाद पूंजीवादी हो चुका है।

-सिद्धार्थ रामू

समाज में राजनीतिक रूप से जागरूक पिछड़ों के प्रति सलीके से ज़हर फैलाया गया है- मनोज़ यादव!

रेलवे आज़ादी के बाद से आज तक केवल लालू यादव के समय में प्रोफ़िट में रही है । लालू यादव ने अपने एक दस्तखत से बिना जात , धर्म देखे लाखों रेलवे कर्मचारियों को ग्रूप D में पक्की नौकरी दे दी थी , फिर भी वो जातिवादी और भ्रष्टाचारी है । नेता जी ने फूलन देवी को संसद पहुँचाया , बेनीप्रसाद वर्मा , रामशरण दास और दूसरे अनगिनत OBC नेताओ को उस मुक़ाम पर पहुँचाया जहाँ पहुँचना किसी भी नेता का ख़्वाब होता है लेकिन फिर भी उन्हें पिछड़ो का नेता ना बोलकर यादवों का नेता या फिर मुल्लायम ही कहा जाता रहा । उन्होंने मोहन सिंह , जनेश्वर मिश्रा , कुँवर रेवती रमन सिंह , अमर सिंह जैसे स्वर्ण नेताओ का हमेशा आदर सम्मान किया लेकिन फिर भी जातिवादी कहलाए । Akhilesh Yadav जी ने अपने कार्यकाल में विकास के नए आयाम लिखे । laptop वितरण , कन्या विद्याधन , समाजवादी पेंशन जैसी सामाजिक स्कीम चलायी तो मेट्रो , एक्सप्रेस वे भी दिया । उनके किसी भी काम में भ्रष्टाचार का कोई आरोप आज तक सरकार नहीं लगा पायी , सारी फ़ाइल खंगालने के बाद जब कुछ नहीं मिला तो टोंटी चुराने का आरोप मढ़ दिया । मीडिया तक में टोंटी पर बहस होने लगी । लेकिन आज तक सरकारी महकमा कोई एक नोटिस राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को नहीं दे पाया जिसमें उनके बंगले से कुछ ग़ायब होने की शिकायत हो ।

यह सारे narrative कौन बनाता है ?? कौन है जो पिछले 100 साल से केवल propaganda फेला रहा है ?? जो लोग यह सारे propaganda फेलाते है उन्होंने समाज , धर्म या देश के लिए कुछ किया है ?? आज़ादी से पहले या आज़ादी के बाद उन्होंने देश को बाँटने की राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया ।मुसलमानो और यादवों के ख़िलाफ़ एक रणनीति के तहत समाज में ज़हर घोला गया है ।कल तक सिर्फ़ मुसलमानो का कोई पेरोकार नहीं था , उनकी हत्या और बलात्कार पर भी समाज का एक बड़ा वर्ग जश्न मनाता था , आज वो ही यादवों के साथ हो रहा है । यादवों के ख़िलाफ़ OBC वर्ग में नफ़रत के बीज बड़े सलीक़े से बोए गए है । कल को दूसरे वर्गों के साथ भी यही होगा । हरियाणा में जाट और गुजरात के पटेल इसकी मिसाल है । अन्य समाज के लोगों को यह भी याद रखना चाहिए कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार एक ठाकुर थे और बस्ती और लखनउ में एक तिवारी की हत्या हुई है । यह आग भड़केगी तो कोई विशेष धर्म या विशेष जाति के लोग ही नहीं मरेंगे , नम्बर सबका आएगा और आ रहा है ।समाज को इस प्रोपगेंडा से बाहर निकालना होगा , उन्हें समझाना होगा कि आँख , नाक , कान खोलकर तय करे कि कौन ग़लत है । मीडिया और what’s app university से भी लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि इस narrative को बनाने में सबसे बड़ा योगदान इनका ही है ।बातचीत और आपसी मेल मिलाप से ही यह संभव है ।उसके क़त्ल पे में भी चुप था , मेरा नम्बर अब आया ,
मेरे क़त्ल पर आप भी चुप है , अगला नंबर आपका है ।

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